करुणा निधि करुणा के सागर थे,जनता के अनोखे चहेते थे
राजनीती के प्रकांड पंडित थे,हर बार एम एल ए बन जाते थे
दक्षिण भारत में उनका बोलबाला था, पार्टी के वे सर्वा सर्वे थे
वह नास्तिक होते हुये भी,झूठे आडम्बरो में खिलापत करते थे
अस्त हो गया दक्षिण भारत का तारा,जो 3 जून १९२४ में जन्मा था
ले ली समाधि चेन्नई में उसने जो एक गाँव नागापट्टिनम में जन्मा था
वे कवि व लेखक भी थे,जो फिल्मो के डायलोक व स्क्रिप्ट लिखते थे
वे साहित्यकार थे राजनीती के खिलाडी थे,जो सबकी बात सुनते थे
आर के रस्तोगी