कृष्ण जन्माष्टमी

0
176

जन्म जन्मान्तर तक,जन्माष्टमी हम मनायेंगे
प्रभु कृष्ण तुम्हारी लीला के सैदव गुण ही गायेंगे

द्वापर में जन्म लिया,दुष्ट कंस का वध किया
अपने भक्तो की रक्षा के लिये तुमने जन्म लिया

माँ देवकी ने जन्म दिया,वासुदेव के पुत्र दुलारे हो
यशोदा माता ने पालन किया,नन्द बाबा के दुलारे हो 

ग्वाल वाल के सखा हो तुम,गोपियों के प्यारे हो
रास रचाया जहाँ जहाँ तुमने,वहाँ के उजियारे हो

सुदामा के रहे मित्र तुम,गरीबो के सदा सहारे हो
मेरी नैया पार करो तुम.मझधार में तुम सहारे हो

चिंता हमे नहीं अब अपनी,जब तुम ही रखवारे हो
उस नाव को क्या होगा खतरा जिसमे स्वंम मुरारी हो

आर के रस्तोगी

Previous article आज स्वतंत्र हुए थे पारधी और अन्य घुमंतू जातियां   
Next article‘श्री कृष्ण द्वारा रणभूमि में अर्जुन को दिये उपदेशों के यथार्थ विषय’
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here