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न्याय की भाषा अगर अनजानी हो तो कैसे किसी का समाधान करेगी - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
प्रतिभा सक्सेना अनायास ही मन में प्रश्न उठता है - न्यायालय किसलिये स्थापित किये गये हैं ? लंबे समय के वाद-विवादों,गवाहियों,प्रमाणों और साक्षियों के बाद जो निर्णय लिये जाते हैं इसीलिये न कि दोषी के दंड का औचित्य सिद्ध हो , जन-मन में उचित-अनुचित का बोध जागे जिससे कि वह…