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श्री देवी के अंतिम वाक्य - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
संसार एक थियेटर घर है अनेको पात्र इसमें आते है अपना अपना रोल निभा कर अपने घरो को चले जाते है मैं भी इस थियेटर घर में अपना रोल निभाने आई थी मेरा रोल अब खत्म हुआ घर जाने की बारी आई थी डायरेक्टर ऊपर बैठा हुआ है सबको…