जानिए आपके घर में वास्तु अनुसार ऐसा होने से रहती हैं धन (लक्ष्मी ) की कमी

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प्रिय पाठकों, आजकल कई लोग धन-सम्बन्धी समस्याओं से काफी परेशान रहते हैं | कभी-कभी यह समस्या वास्तु के कारण भी हो सकती है इसलिए हमें वास्तु के नियमो का ध्यान रखना भी जरुरी होता है| धन-सम्बन्धी समस्याओं को समाप्त करने के लिए वास्तु शास्त्र में कुछ चीजें बताई गयी हैं जिनके कारण हम इस परेशानी से आसानी से बच सकते हैं |

घर में कई बार कुछ ऐसी चीजें होती हैं ज‌िसकी हम अनदेखी कर देते हैं लेक‌िन यही अनदेखी नुकसान और परेशानी की वजह बन जाती है।सुख-शांति और धन की जरूरत हर किसी को होती है। लेकिन कई कारणों से घर में कलेश होता रहता है और धन की भी कमी होने लगती है। इन सबका मुख्य कारण है घर का वास्तु सही न होना जिस वजह से इस तरह की समस्याएं अक्सर पैदा हो जाती हैं।

यदि आप अपने घर में धन व शांति चाहते हैं तो बस अपनाईये वास्तु के ये टिप्स जिन्हें वास्तुविद पंडित दयानंद शास्त्री आपके साथ साझा कर रहे हैं |। इन उपायो को करने से आपको अवश्य लाभ मिलेगा।

—-घर में कबूतर का घोंसला बनाना वास्तु व‌िज्ञान के अनुसार अशुभ च‌िन्ह है। माना जाता है इससे घर पर बड़ी मुसीबत आती है।
—-मधुमक्‍खी या ततैया घर में छत्ता लगाए तो इसे हटा दें। इनका घर में होना अशुभ सूचक होता है। इसकी वजह यह भी है क‌ि इनके कारण कई बार बड़ी दुर्घटनाएं हो जाती हैं।
—-घर का मुख्य दरवाजा काले रंग का नहीं होना चाह‌िए। वास्तु व‌िज्ञान के अनुसार इससे घर के मुख‌िया को बदनामी, धोखा और अपशब्द सुनने पड़ते हैं।
—-मुख्य दरवाजे से घर के अन्य दरवाजे बड़े हैं तो आर्थ‌िक परेशान‌ियों का सामना करना पड़ता है। इसल‌िए मुख्य दरवाजा अन्य दरवाजों से बड़ा होना चाह‌िए।
—मकड़ी का जाला घर में नहीं लगने दें। वास्तु व‌िज्ञान के अनुसार इससे उलझन और परेशानी बढ़ती है।
—-घर की सीढियों को भी सही वास्तु अनुसार और सही दिशा में बना होना चाहियें ताकि घर में धन की कभी कमी ना हो. सीढियों के लिए आप उत्तर पूर्व दिशा को छोड़कर किसी भी दिशा का चुनाव कर सकते हो, क्योकि उत्तर पूर्व दिशा एक ऐसी दिशा है जो घर में पैसे को खींचती है. अगर आप इस दिशा में सीढियों का निर्माण करवाते हो तो इससे उसके आकर्षण में कमी होती है और घर में पैसे का अभाव शुरू हो जाता है. तो ध्यान रहें कि ये दिशा हमेशा साफ और सुव्यवस्थित होनी चाहियें |
—वास्तु के अनुसार घर की उत्तर दिशा में सुराही रखनी चाहिए. इससे घर में धन की कमी नहीं रहती. यदि सुराही ना हो तो आप मिट्टी का छोटा घड़ा भी रख सकते हैं. यदि इसमें पानी खत्म हो जाये तो इसे दुबारा भर दें |
—-घर में जहां दर्पण या टूटा शीशा हो तो उसे घर से बाहर कर दें। वास्तु व‌िज्ञान के अनुसार इससे नकारात्मक उर्जा का संचार बना रहता है।
—–घर की छत भी पैसों की बारिश में सहायक हो सकती है किन्तु उसके लिए आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपकी छत का ढलान दक्षिण पश्चिम से उत्तर पूर्व की तरफ हो.
—-घर में चमगादड़ का प्रवेश अशुभ माना गया है। वास्तु व‌िज्ञान के अनुसार घर में चमगादड़ का आना सूनेपन की न‌िशानी है। इसका मतलब घर में रहने वाले लोग घर छोड़कर जा सकते हैं या घर में कुछ बुरा हो सकता है।
—– सुबह सूर्योदय के समय घर की ख‌िड़क‌ियों को खुला रखना चाह‌िए। इससे घर में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। इस समय ख‌िड़क‌ियां बंद रहने से घर के मुख‌िया और बच्चों को स्वास्‍थ्‍य संबंधी परेशान‌ियों का सामना करना पड़ता है।
—-मुख्य द्वार पर तलवार, चाकू, भाले नहीं लगाने चाह‌िए। इससे पर‌िवार के सदस्यों के बीच संघर्ष और तनाव बढ़ता है।
—–वास्तु के अनुसार घर के मेन गेट में माँ लक्ष्मी, भगवान कुबेर और स्वास्तिक का चिन्ह लगाने से घर में धन की कभी कमी नहीं रहती |
—–घर में जहां दरार हो उसकी मरम्मत करवाएं, दरार का होना धन के ल‌िए अशुभ माना गया है।
—–नल से पानी टपकते रहने से बरकत में कमी आती है, इसल‌िए नल से पानी टपकता हो तो उसकी मरम्मत करवाएं।
—- जामुनी या बैंगनी रंग भी धन का ही प्रतिक चिह्न माना जाता है. इसलिए आपको पाने घर की दीवारों पर जामुनी रंग करवाना चाहियें, साथ ही हो सके तो आप अपने घर के दक्षिण पश्चिमी हिस्से में ऐसे पौधे को लगवायें जिनका रंग बैंगनी हो. इससे आपके घर में धन के आने की अपार संभावनायें बनती है.
घर की छत पर कबाड़ और बेकार की चीजों को नहीं रहने दें।
—पूजा वाला शंख अपने घर में जरूर रखें। शंख घर पर होने से धन बढ़ता है। यदि दक्षिणामुखी शंख हो तो बेहद शुभ माना जाता है। यह घर में धन लाभ ही देता है।
—पूजा घर में बासी फूल को इकट्ठा करके नहीं रखें।
—घर में गमले हैं तो सूखे पत्तों को तोड़कर फेंक दें।
—-घर में खराब पड़े ब‌िजली के उपकरणों को नहीं रहने देना चाह‌िए।
— ज‌िन घरों में पुराने दरवाजे, ख‌िड़क‌ियां, ग्र‌िल लगाए जाते हैं उस घर में आय की कमी आती है। अगर धन का आगमन ठीक हो तो बरकत नहीं रह पाती है।
—- शाम के समय घर में झाड़ू-पोंछा न लगाएं।
—-रसोई घर की दीवार टूटी फूटी नहीं होनी चाह‌िए।
—-शयन कक्ष में वॉश बेस‌िन नहीं होना चाह‌िए। ऐसा होने से दांपत्य जीवन में व‌िश्वास की कमी आती है।
—शयन कक्ष में घर के बाहरी व्यक्त‌ि को नहीं लाना चाह‌िए। शयन कक्ष में बाहरी व्यक्त‌ि से बातचीत करने पत‌ि-पत्नी के र‌िश्ते में परेशानी आती है।
—– अगर आपके घर में बहुत दिनों से बंद घड़ी है तो उसे हटा दें बंद घड़ी घर में आते हुए पैसों को रोक देती है।
— यदि आपके घर में टूटी हुई चेयर या टेबल पड़ी है तो उसे तुरंत घर से हटा दें। ये आपके पैसों और तरक्की को रोक देती है।
—- पुराने या टूटे हुए जूते-चप्पल आपको आगे बढऩे से रोक देते हैं। इन्हे घर से निकाल दें।
—- अगर बुरी नजर या ताकत से बचने के लिए नींबू-मिर्च लग रखें है तो हर रविवार को उन्हें हटा दें और नए लगा दें।
—–जिस घर के सामने या मुख्यद्वार के समीप आंकड़े का पौधा होता है उस घर पर कभी भी किसी नकारात्मक शक्ति का प्रभाव नहीं पड़ता है। इसके अलावा वहां रहने वाले लोगों को तांत्रिक बाधाएं कभी नहीं सताती। घर के आसपास सकारात्मक और पवित्र वातावरण बना रहता है जो कि हमें सुख-समृद्धि और धन प्रदान करता है। ऐसे लोगों पर महालक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है और जहां-जहां से लोग कार्य करते हैं वहीं से इन्हें धन लाभ प्राप्त होता है।

 

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