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जिंदगी बन गए हो तुम ! - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
रेडिएशन के खतरों के बावजूद मोबाइल पर बरस रहा है लोगों का प्यार संजय द्विवेदी यह दौर दरअसल मोबाइल क्रांति का समय है। इसने सूचनाओं और संवेदनाओं दोनों को कानों-कान कर दिया है। अब इसके चलते हमारे कान, मुंह, उंगलियां और दिल सब निशाने पर हैं। मुश्किलें इतनी बतायी जा…