लाक डाउन बला नहीं,ये है सम्पूर्ण कला |

0
179

लांक डाउन बला नहीं,ये है सम्पूर्ण कला |
घर से बाहर न निकले ,ये है मेरी सलाह ||

हाथ मिलाने की जगह, जोड़ो दोनों हाथ |
बार बार धोते रहिये,साबुन से अपने हाथ ||

पीते रहिये गर्म पानी,ये छोटा सा उपचार |
इससे ही कम होगा कोरोना का अधिकार ||

घर से बाहर न निकलिए, इससे फैलता रोग |
ये छुआ छूत का रोग है जल्दी लगता रोग ||

ठन्डे पेय पदार्थ न पीजिये,ये बढ़ाते रोग |
ऐ सी न अब चलाईये बढ़ेगा कोरोना रोग ||

घर में ही व्यायाम कीजिये,न जाओ जिम |
वर्ना चायना से आ जायेगा ये किम जिम ||

घर में भजन कीजिये,न खोलो मंदिर के कपाट |
मन ही मंदिर हो जाएगा, खुलेगे मन के कपाट ||

कफ ही कोरोना का कारण है,न बढाईये कफ |
काली मिर्च अदरक खाते रहिये न बढ़ेगा कफ ||

स्वास नली में जब कफ जमता यही कोरोना रोग |
ऐसे पदार्थ न खाईये ,जो बढ़ाते कफ कोरोना रोग ||

आर के रस्तोगी

Previous articleभारतीय राष्ट्रीयता के अप्रतिम योद्धा : गुर्जर सम्राट मिहिर भोज, अध्याय 5
Next articleएक सत्य लघु कथा
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here