लव जिहाद सोची समझी साजिश

-सुरेश हिन्दुस्थानी-

loveलोग कत्ल करते हैं तो चर्चा नहीं होती,
हम आह भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम।
भारत देश में लव जिहाद को लेकर कुछ इसी प्रकार का घटनाक्रम चलता दिखाई दे रहा है। मुसलमान जहां लव जिहाद के तहत भोली भाली हिन्दू युवतियों को फंसा रहे हैं, वहीं कोई हिन्दू इस बारे में बयान भी दे दे तो पूरे देश में हाय तौबा मच जाती है। अभी हाल ही में संत योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर मुसलमान एक हिन्दू युवती का धर्म परिवर्तन करते हैं तो हम सौ को हिन्दू बनाएंगे। यहां यह बात समझना जरुरी है, संत जी ने साफ कहा है कि अगर वे करते हैं, तब ही ऐसा करेंगे। इसका आशय यही है कि हम पहले नहीं करेंगे। अब सवाल यह आता है कि मुसलमान लव जिहाद का यह खेल बन्द क्यों नहीं करते। लव जिहाद के नाम पर चलाए जा रहे एक सुनियोजित षड्यंत्र का संत्राश हिन्दू युवतियों को झेलना पड़ रहा है। तारा का मामला समाचार माध्यमों का शीर्षक बना जरुर है, लेकिन तारा ने जिस प्रकार से अपनी प्रताड़ना का दंश उजागर किया है, उससे एक बात तो साफ हो जाती है कि रंजीत नाम धारण करने वाले रकीब उल हसन धोखेबाजी करने में अभ्यस्त है। आज वह भले ही अपने आपको हिन्दू कहता हो, लेकिन सच तो यह है कि हिन्दू रीति रिवाजों को मानने वाला ही हिन्दू होता है, इससे यह प्रमाणित हो जाता है कि रकीब की जीवन शैली मुस्लिम है, वह कुरान पढ़ता है, नमाज अता करता है। झारखण्ड के एक मुस्लिम मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने भी मीडिया के सामने यह बता दिया है कि रकीब मुसलमान है। अब सवाल यह आता है कि रकीब अपने आपको हिन्दू सिद्ध करने के लिए जोर क्यों लगा रहा है, ऐसा करके मामले को नया मोड़ देना चाहता है। अगर वह हिन्दू सिद्ध हो जाता है तो उसके प्रकरण को लव जिहाद में नहीं माना जाएगा। रकीब का यह सारा षड्यंत्र केवल मुसलमानों के उस अभियान को बचाने के लिए किया जा रहा है, जिसके तहत लव जिहाद चलाया जाता है। यहां पर एक और सबसे खतरनाक सवाल यह है कि बिना काम धंधे के रकीब करोड़ों का मालिक कैसे बन गया? इस सबके पीछे उसकी राजनीतिक पहुंच और आला अधिकारियों से नजदीकी भी सहयोगी हो सकती है। तारा ने जिस प्रकार से अपना दुख व्यक्त किया है और रकीब के बारे में जिस प्रकार से खुलासा किया है, उससे यह भी संभावना बन रही है कि रकीब बचाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। तारा के अनुसार रकीब कहता था कि मेरी पहुंच ऊपर तक है, सब जगह मेरे आदमी बैठे हैं। यहां पर सवाल फिर खड़ा होता है वह सब जगह कौन सी है, जहां उसके आदमी बैठे हैं। आज भी तारा के मन में यह डर समाया हुआ है कि रकीब अपनी पहुंच के चलते अपनी राह को आसान कर सकता है। रकीब ने अपने जो पहचान प्रमाण दिए हैं, उसमें उसे रंजीत कुमार कोहली बताया गया है, लेकिन संभावना इस बात की भी है कि इस पर दोनों प्रकार के नाम के दस्तावेज हों, और रकीब नाम के दस्तावेजों को नष्ट कर दिया हो। यह जांच का विषय हो सकता है, लेकिन इसमें धोखाघड़ी साफ नजर आ रही है। अब रकीब की संपत्ति का यह खुलासा होना चाहिए कि उसके पास इतना पैसा और महंगी गाडिय़ां कहां से आई।
लव जिहाद भारत में एक सोची समझी साजिश है, इसके तहत केरल में बहुत व्यापक पैमाने पर हिन्दू युवतियों के साथ साथ ईसाई युवतियों को धर्मांतरित किया जा रहा है। वर्तमान में मुस्लिम युवकों का यह खेल उत्तरप्रदेश में भी फैल चुका है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि जिन मुस्लिमों के घर में गरीबी का प्रकोप हो, उस घर के युवकों के पास महंगी बाइक कहां से आ जाती है, संभावना इस बात की भी है कि इनको एक ऐसा संगठन आर्थिक मदद देता है जो भारत में जिहाद को संचालित करने को उत्सुक है। सूत्र तो सह भी बताते हैं कि विदेश से संचालित होने वाले यह संगठन भारत के मुसलमानों को आर्थिक सहायता प्रदान करके लव जिहाद का काम क्यों करवाना चाहते हैं।
इस्लाम की विस्तार वादी निति का घिनौना रूप है लव जिहाद शायद इस बात को देश के सेक्युलर नेता और छद्म धर्म निरपेक्ष लोग ना माने लेकिन बड़े पैमाने पर हिन्दू युवतियों को प्यार के जाल में फसा कर मुस्लिम युवकों द्वारा धर्मान्तरित करवाया जा रहा है। वर्तमान में यह समस्या एक चुनौती बन कर उभरी है जिसका ठोस उपाय अत्यंत ही आवश्यक है। आतंकी हमलो में 50-100 मारे जाते हैं और हम कुछ दिन बाद इसे एक घटना समझ कर भूल जाते है लेकिन यह एक ऐसा हमला है जिसका घाव जिंदगी भर दर्द देने वाला है क्योकि यदि हिन्दू परिवार की लड़की किसी गैर धर्म में जाती है तो शायद इससे बड़ा हमला एक पूरे हिन्दू परिवार पर दूसरा कुछ नहीं होगा। लव जिहाद हिन्दू लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसा कर मुस्लिम युवक उनका शारीरिक शोषण तो करते ही हैं साथ ही उनका धर्म परिवर्तन भी करवा रहे हैं। सूत्रों की माने तो पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी आई एस आई इनकी फंडिंग करती है यही नहीं हिंदुस्तान की कई नामी मुस्लिम संगठनों के नाम भी सामने आये हैं, जो मुस्लिम युवकों को बड़े पैमाने पर धन मुहैया करवा रही है। साथ ही इन्हें ट्रेनिंग भी दी जाती है कि कैसे ये हिन्दू लड़कियों को फंसाएं। लड़के पहले अपना हिन्दू नाम बताते है? महंगे मोबाइल फोन और फंैसी कपड़े पहनते हैं, जबकि इन लडकों के घर की माली हालत बिलकुल ही खराब होती है आखिर कहां से आते है इनके पास ये सब? ये युवा हमारी भोली भाली लड़कियों को सब्ज बाग दिखाते हैं और जाल में फसने के बाद इन लड़कियों से देह व्यापर जैसा घिनौना कार्य तक करवाते हैं। जो लड़की एक बार इनके जाल में फस गई उनका निकलना मुश्किल हो जाता है। जब तक इन लड़कियो को समझ में आता है तब तक मामला बहुत आगे निकल चुका होता है जहां से इनका वापस आना मुश्किल हो जाता है।
आज भले ही रकीब के मामले की चर्चा हो रही हो, लेकिन इसका दुख समस्त हिन्दू समाज को भोगना पड़ रहा है। हिन्दू समाज की जो युवतियां इनके जाल में फंस जाती हैं, उनका शादी के बाद क्या हाल होता है कोई नहीं जान सकता क्योंकि वह पूरी तरह से कैद होकर रह जाती हैं। उससे देह व्यापार कराया जाता है, नहीं करने पर उसे प्रताडि़त किया जाता है। सुना तो यह भी गया है कि उसको पूरे घर के पुरुष सदस्यों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाला जाता है, नहीं मानने पर पैसे वाले मुस्लिम को बेच दिया जाता है। लव जिहाद का शिकार हुई कई हिन्दू युवतियां शादी करने के बाद लापता हैं। जिसके बारे में पूरी संभावना है कि उन्हें शेखों को बेच दिया हो। हिन्दू समाज को चाहिए कि वह अपने बच्चों को यह जरूर सिखाएं कि गलत क्या है और क्या सही। नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब हमें भारत को भारत कहने में शर्म महसूस होगी।

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