मध्यप्रदेश : बनते बिगड़ते समीकरण - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
सुरेश हिन्दुस्थानी हम बचपन में अपने दोस्तों के साथ खेल खेलते थे। जब किसी दोस्त को उस खेल का हिस्सा नहीं बनाया जाता तो वह खेल बिगाडऩे की जुगत में ही लगा रहता था। खेल बिगाडऩे वाला भले ही सफल नहीं हो पाए, लेकिन दूसरों लोगों को अवश्य ही असफल…