मनीष सिसोदिया-   सीबीआई रेड – आर या पार 

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जी के घर  और सात राज्यों में 20 अन्य स्थानों पर तलाशी ली जा रही थी। उनपर भ्रष्टाचार के मामले के तहत यह कार्यवाही की जा रही थी।  सूत्रों की माने तो सीबीआई एजेंसी के अधिकारियों ने एक लोक सेवक के घर से नई आबकारी नीति से संबंधित गोपनीय आधिकारिक फाइलें जब्त कीं। बरामदगी के स्थान का अभी खुलासा नहीं हुआ है। कोई नकद वसूली नहीं हुई है।  जांच एजेंसी ने प्राथमिकी दर्ज की है और नवंबर से आबकारी नीतियों की जांच हो रही है,  जिसके तहत शराब की दुकान के लाइसेंस निजी कारोबारियों को सौंपे गए थे।

आबकारी विभाग की देखरेख करने वाले मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह नीति सरकारी शराब की दुकानों में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए बनाई गई थी। 

श्री सिसोदिया ने कहा कि केंद्र “दिल्ली सरकार द्वारा स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों” से परेशान है और इसीलिए दोनों विभागों के मंत्रियों को निशाना बनाया गया। सभी की जानकारी के लिए बता देना सही रहेगा कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन मई से जेल में हैं।

दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को देश के 130 करोड़ लोगों से “भारत को दुनिया का सबसे मजबूत राष्ट्र बनाने” का आग्रह किया, इसके कुछ घंटे बाद सीबीआई ने राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी की आबकारी नीति पर छापेमारी की। इसी के अंतर्गत सात राज्यों में छापेमारी के बीच उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया के घर की भी तलाशी ली गई थी। सीबीआई रेड के कुछ घंटों बाद, एक वीडियो ब्रीफिंग में, केजरीवाल ने भाजपा का नाम लिए बिना पार्टी पर हमला करते हुए इस रेड का विरोध जताया।  बाद में, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और कहा कि कोई भी छापेमारी उनकी पार्टी को देश के लोगों के लिए अच्छा काम करने से नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा, “हमारे मिशन में हमारे रास्ते में कई बाधाएं पैदा होंगी। पहले भी छापे मारे गए हैं, लेकिन कुछ भी नहीं निकला और इस बार भी कुछ नहीं निकलेगा। हम सीबीआई को पूरा सहयोग करेंगे।”

आप ने भाजपा पर विरोधियों को कुचलने की अपनी राजनीतिक योजना के तहत उसके मंत्रियों को लगातार निशाना बनाने का आरोप लगाया है।

श्री केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई श्री सिसोदिया के दरवाजे पर उतरी “जिस दिन दिल्ली के शिक्षा मॉडल की प्रशंसा की गई थी और मनीष सिसोदिया की तस्वीर अमेरिका के सबसे बड़े अखबार एनवाईटी के पहले पन्ने पर छपी थी।” उन्होंने कहा कि एनवाईटी कवरेज साबित करता है कि मनीष सिसोदिया दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री हैं।

नई आबकारी नीति में दिल्ली सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए, भाजपा मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सीबीआई जांच के डर ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को सीबीआई छापों को शिक्षा क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों से जोड़ने के लिए मजबूर किया है। “यह शिक्षा के बारे में नहीं है, बल्कि आबकारी नीति के बारे में है। आबकारी नीति में भ्रष्टाचार ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का असली चेहरा उजागर कर दिया है।”

 श्री सिसोदिया पर सीबीआई के छापे पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस ने कहा कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का “लगातार दुरुपयोग” उनकी विश्वसनीयता को कम करता है।  इस प्रकार एक बार फिर से भाजपा और आप पार्टी आमने सामने हैं।

आरोप प्रत्यारोप के साथ साथ जोरदार बयानबाजी दोनों ही पक्षों से चल रही है। यह मामला कहां तक तूक पक्ड़ता है, यह तो वक्त ही बताएगा। आगे बढ़ने से पहले यह जान लेना सही रहेगा, कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जी का पूर्ण परिचय क्या है। देश की राजधानी के उपमुख्यमंत्री होने के साथ साथ उनकी अन्य उपलब्धियों पर एक नजर डालते हैं-

मनीष सिसोदिया पेशे से पत्रकार हैं। उन्होंने  ज़ी न्यूज़ और ऑल इंडिया रेडियो के साथ काम किया। वह एक गैर-सरकारी संगठन, परिवर्तन के एक सक्रिय स्वयंसेवक भी थे। वे राजनीतिक  आम आदमी पार्टी के सदस्य बने। उन्हें दिसंबर 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में विधान सभा के सदस्य के रूप में चुना गया था। 

सिसोदिया ने आकाशवाणी के लिए “ज़ीरो ऑवर” नामक एक कार्यक्रम की मेजबानी की  थी। सिसोदिया 2006 में पब्लिक कॉज़ रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक थे।   2015 मनीष सिसोदिया ने 14 फरवरी को दिल्ली के पहले उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने यह चुनाव पटपड़गंज से जीता था। 2013 वे दिल्ली विधानसभा चुनाव में विधान सभा के सदस्य के रूप में चुने गए।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नकुल भारद्वाज को हराया। 2012 मनीष सिसोदिया ने अपने दोस्त अरविंद केजरीवाल के साथ राजनीतिक दल- आम आदमी पार्टी (आप) का गठन किया। प्रारंभिक जीवन 2011 सिसोदिया भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन में शामिल हुए।  वह एनजीओ कबीर में भी एक प्रमुख व्यक्ति थे। 1997 वे एक समाचार निर्माता और पाठक के रूप में ज़ी न्यूज़ में शामिल हुए। उन्होंने 2005 तक ज़ी न्यूज़ के साथ काम किया। 1996 उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो के लिए “ज़ीरो ऑवर” नामक एक कार्यक्रम की मेजबानी की। 1993 में भारतीय विद्या भवन द्वारा प्रदान किए गए जनसंचार में डिप्लोमा पूरा करने के बाद सिसोदिया ने एक पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू किया।  उन्हें ‘सर्वोत्तम शिक्षा मंत्री’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सिसोदिया एक पुरस्कार विजेता वृत्तचित्र फिल्म निर्माता थे। 2016 में, द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा 2016 में 100 सबसे प्रभावशाली भारतीयों की सूची। 2016 में, उन्हें द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा 2016 के 100 सबसे प्रभावशाली भारतीयों में सूचीबद्ध किया गया था।

सीबीआई द्वारा आज उनके घर और आफिस पर डाली गई रेड के मामले में मनीष की कुंडली क्या कहती है, आईये देखते हैं-

मनीष सिसोदिया का जन्म – 05 जनवरी 1972,  2:00 दोपहर,  हापुर शहर,  उत्तर प्रदेश,  भारत

मनीष सिसोदिया का जन्म सिंह राशि, पूर्वाफाल्गुणी नक्षत्र में हुआ है। सिंह राशि का संबंध सूर्य से है। सिंह राशि ने इन्हें अपनी ज्यादातर दिक्कतों के समाधान स्वयं निकालने का गुण दिया है। इसी के प्रभाव से  इनमें आत्मविश्वास का स्तर काफी अच्छा है। इनकी खूबी है कि ये अपने दोस्तों की मदद करने के लिए सदैव उपलब्ध रहते है। इसी के कारण ये  विनयशील और विश्वसनीय हैं। इसके अतिरिक्त ये अपने दोस्तों के लिए काफी वफादार और सहयोगी हैं। सिंह राशि का राशि चिंन्ह शेर होने के कारण इनमें भी शेर के गुण स्वाभाविक होते हैं, इसी कारण ये समूह में होने पर हमेशा केंद्र बिन्दू बने रहते है। जहां भी रहते हैं या जाते हैं, अपने आसपास  लोगों का हुजूम बना लेते हैं। हंसी-मजाक के साथ दूसरे लोगों में शामिल हो जाते है। इनमें आगे बढ़ने की गजब की क्षमता होती है,

 शुक्र के पूर्वाफाल्गुणी नक्षत्र में जन्में सिसोदिया जी के व्यक्तित्व में आकर्षण प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है। फाल्गुनी नक्षत्र ने इन्हें स्वतंत्र स्वभाव दिया, इनकी आजादी पर कोई पाबंदी लगाने की कोई कोशिश करें तो इन्हे यह बिल्कुल अच्छा नहीं लगता है। चंद्र कुंडली में चतुर्थ भाव वॄश्चिक राशि में अष्टमेश -पंचमेश गुरु, द्वितीयेश-आयेश बुध के साथ स्थित है। कर्मेश-तृतीयेश शुक्र छ्ठे भाव में राहु के साथ स्थित है। पंचम भाव में लग्नेश सूर्य है। लग्नेश सूर्य का त्रिकोण भाव में स्थित होना, कुंडली में राजयोग का निर्माण कर रहा है। यह कुंडली अष्ट मांगलिक है, मंगल चंद्र कुंडली में अष्टम भाव में स्थित है। भाग्येश और चतुर्थेश का अष्ट्म भाव में जाना यहां भाग्य में कमी और सुख में कमी का कारण है। इसके अतिरिक्त शनि सप्त्मेश और षष्ठेश हैं और कर्म भाव पर है। केतु मोक्ष भाव पर आपना अधिग्रहण बनाए हुए है।  इस प्रकार कुंडली कई धन योग और राजयोगो से युक्त है।  द्वाद्शेश चंद्र का प्रथम भाव में बैठना स्वास्थ्य को कमजोर और कारावास के योगों को बल दे रहा है। इनकी कुंडली में शनि अपनी नीच राशि मेष से मात्र एक राशि दूर है, ऐसे लोग नौकरी में बहुत कम ही सफल होते हैं, ऐसे लोगों में दूसरों से काम लेने की योग्यता अधिक होती है। कुंड्ली में राहु छ्ठे भाव में स्थित होकर तीनों अर्थ भावों पर अपनी दॄष्टि दे रहे हैं और इस प्रकार वे तीनों अर्थ भावों को जोड रहे हैं। इससे एक तो दशम भाव, कर्म भाव पर राहु का प्रभाव आ रहा है, साथ ही वाणी भाव पर भी राहु अपना प्रभाव बनाए हुए है। वाणी भाव और कर्म भाव पर राहु का प्रभाव होने से व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए झूठ बोलने से पीछे नहीं हटता है, साथ ही कर्म क्षेत्र में अपने विरोधियों को चातुर्य और नीति कुशलता से हराने में सफल रहता है। साम, दाम, दंड, भेद द्द्वारा अपने इरादों को पूरा करने में सफल भी होता है। एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ने की यही एक वजह है। दशम भाव में स्थित होकर शनि चतुर्थ भाव जिसे आम जन, सेवा का भाव कहा जाता है, इस भाव पर अपना दॄष्टि प्रभाव दे रहे हैं, इसी के फलस्वरुप इन्हें राजनीति में आकर लोगों की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ। कुंडली ;में राहु और शुक्र की युति  गोपनीय संबंध और छुपे हुए रहस्यों का संकेत दे रही है।

गुरु और मंगल में राशि परिवर्तन योग अथाह धन के गुप्त मार्गों से आने का संकेत दे रहा है। अष्टम भाव का संबंध वर्तमान गुरु गोचर से भी आ रहा है, इस समय गुरु इनके अष्टम भाव पर ही गोचर कर रहे हैं। और वर्तमान में राहु मेष राशि नवम भाव पर गोचरस्थ है। अष्टमेश का अष्टम भाव पर गोचर, गोचर के राहु का जन्म राशि पर प्रभाव और छ्ठे भाव के स्वामी शनि का  छ्ठे भाव पर ही गोचर ने इन्हें इस मुसीबत में डाला है।  सूर्य दो दिन पहले ही सिंह राशि में गोचर करने लगे है, जिससे वो राहु से पीडित है, और सूर्य सत्ता में राजा का प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही सरकारी एजेंसियों, कर एजेंसियां और अन्य एजेंसियों के कारक भी सूर्य ही है। राहुचंद्र कुंड्ली में भी सूर्य को पीडित कर रहा है। आज के गोचर में भी राहु के द्वारा सूर्य पीडि़त है, जिससे इन्हें तनाव और परेशानियों का सामना करना पड़ा है। ६, ८ भाव पर इनके भावेशों का गोचर त्रिक भावों को बली कर रहा है। जो शुभ नहीं है। और १२वें पर छ्ठे का स्वामी शनि अपनी द्ष्टि दे रहा है, यह भी शुभ नहीं है, इस प्रकार तीनों त्रिक भाव अशुभ ग्रहों के अधिकार क्षेत्र में होने के कारण अचानक से बड़ी समस्या इनके जीवन पर आ गई है। आठवें भाव पर आठवें भाव के स्वामी का गोचर यह दर्शा रहा है कि कुछ तो छुपा हुआ है, कुछ तो गलत अवश्य किया गया है। सब कुछ साफसुथरा तो नहीं है। इसी कारण मनीष जी जल्द ही इन समस्याओं से बाहर निकलते नजर नहीं आ रहे हैं। दिक्कतें इन्हें बहुत आने वाली है।

आईये अब दशा पर एक नजर डालते हैं-

वर्तमान में इनपर राहु महादशा में केतु की अंतर्दशा प्रभावी है, केतु स्थान छुडाने के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। जांच एजेंसियों के द्वारा इन्हें क्लिन चिट मिलने की संभावनाएं कम ही दिख रही है। ज्योतिष शात्रों  के अनुसार राहु में केतु की द्शाएं जीवन को पलटने वाली दशाएं कही गई है। संभव है उस समय इनका राजनैतिक करियर एक अलग करवट लें। और राजनीतिक जीवन बदल जाये। वर्तमान में ग्रह योग, दशाएं और ग्रह गोचर इनके प्रतिकूल बना हुआ है। परिणाम सुखद नहीं आने वाले है।

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