स्वयं से रू-ब-रू होने का लक्ष्य बनाएं - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
- ललित गर्ग - जीवन में व्यक्ति और समाज दोनों अपना विशेष अर्थ रखते हैं। व्यक्ति समाज से जुड़कर जीता है, इसलिए समाज की आंखों से वह अपने आप को देखता है। साथ ही उसमें यह विवेक बोध भी जागृत रहता है ‘मैं जो भी हूं, जैसा हूं’ इसका मैं…