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मुखौटा - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
मुखौटों का शहर है यह जनाब !यहाँ चेहरे पर 'हर कोई सजाए बैठा है हिज़ाब।बड़ी लाजबाव चीज है यहगुण हैं इसके बेहिसाब। चेहरे पर डाल देता है यहएक आकर्षक आवरणअसलियत छिपाने का नहीं कोईइससे बेहतर माध्यम। चेहरे की धूर्तता छिपाते यहबड़ी आसानी सेसजाकर इसको पाखंडी भी लगतेसज्जन-दानी से। किसी के…