pravakta.com
माल खाऒ - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
चुहिया रानी रोज बनाती, लौकी की तरकारी| कहती है इसके खाने से, दूर हटे बीमारी| पर चूहे को बीमारों का, भोजन नहीं सुहाता| कुतर कुतर कर आलू गोभी, बड़े प्रेम से खाता| उल्टी सीधी सीख जमाने, की न उसको भाती| झूठ कभी न बोला करता, सच्ची बात सुहाती| बजा बजा…