मोदी चालीसा

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जय मोदी ज्ञान गुण सागर,
सारे विश्व में नाम उजागर।
शांति दूत अतुलित बल धामा,
दामोदर दास पुत्र नरेन्द्र नामा।।

तुम उपकार राष्ट्र का कीना,
योगी अमित साथ है लीना।
राष्ट्रहित के तुम हो रखवारे,
भ्रष्टाचार निकंदन राष्ट्र दुलारे।।

दुश्मन कभी निकट न आवे,
मोदी का जब नाम सुनावे।
वे मोदी से अब सब डरते,
पास नही अब वे फटकते।।

सबका विकास तुम हो करते,
सबको साथ लेकर हो चलते।
सबका विश्वास तुम हो रखते,
राष्ट्रहित की सैदेव बात करते।।

जब कोई रोड़ा पथ पर आए,
सूझबूझ से उसे तुरंत भगाए।
तुम अनोखी दूरदृष्टि हो रखते,
कठिन काम आसान कर देते।।

तुम हो तो सब मुमकिन है,
सब काम अब मुमकिन है।
भ्रष्टाचार के हो तुम निवारक,
परिवार के नही हो विस्तारक।।

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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