आठ मई : मातृ दिवस - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
डा. राधेश्याम द्विवेदी नारी बड़ी विचित्र प्रकृति की होती है। वह पक्षी के समान आकाश में स्वच्छंद घूमकर इतनी खुशी महसूस नहीं करती जितनी पति, बच्चों और परिवार में बंधकर करती है । पति की पसंद को अपनी पसंद मानकर वह आनंदित होती है, लेकिन इतने त्याग, बलिदान और समर्पण…