मध्यप्रदेश : आधी छोड़ पूरी को ध्यावै आधी मिले ना पूरी पावै - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
सरिता अरगरे यूँ तो हम भारतीय स्वभाव से ही उत्सव प्रेमी हैं । मौसम का मिजाज़ बदले या फ़िर जीवन से जुड़ा कोई भी पहलू हो , हम पर्व मनाने का बहाना तलाश ही लेते है । साल में जितने दिन होते हैं उससे कहीं ज़्यादा पर्व और त्योहार हैं…