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  हिन्दी लेखन में मेरी रुचि  - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
डॉ. मधुसूदन न प्रवक्ता होता, न हिन्दी लेखन में मैं रुचि लेता. पहले टिप्पणियों में विचार रखा करता था. एक बार प्रवक्ता ने दीर्घ टिप्पणी को ही आलेख बना दिया. तो मुझे साहस हुआ और मैं आलेख भेजने लगा. वर्ष के अंत में प्रवक्ता ने लेखकीय सम्मान दिया, और मेरा…