नई दिल्लीः अमृतसर में 19 अक्टूबर को हुए दर्दनाक हादसे में 61 लोगों की जान चली गई थी। रेलवे ट्रैक के पास दशहरे का आयोजन चल रहा था और लोगों की भीड़ ट्रैक पर खड़ी थी। अचानक ट्रेन आई और कई लोगों को अपनी चपेट में ले गई। इतने बड़े हादसे के बाद भी कोई सीख नहीं ली गई। मंगलवार को पंजाब के ही बठिंडा में रेलवे ट्रैक पर सैकड़ों भक्त छठ पूजा के लिए फिर से इकट्ठा नजर आए।

बठिंडा में सरहिंद नहर के किनारे रेलवे ट्रैक पर मंगलवार की शाम लोग छठ पूजा में मशगूल रहे। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई ट्रेन वहां से नहीं गुजरी वरना अमृतसर जैसा हादसा दोहराया जा सकता था। इस दौरान सैकड़ों महिलाएं, बच्चे और पुरुष यहां जुटे रहे। रेलवे ट्रैक के ऊपर से सैकड़ों लोग लगातार आ-जात रहे थे। इस दौरान रेलवे ट्रैक के ऊपर लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था।

रेलवे और पुलिस वाले लोगों को वहां से हटने का अनाउंसमेंट कर रहे थे। लोगों को रेलवे ट्रैक से हटने को कहा जा रहा था लेकिन वे किसी की नहीं सुन रहे थे। पुलिस ने बताया कि जिस ट्रैक पर लोग गुजर रहे थे वहां से रोज एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनें गुजरती हैं।

रेलवे ट्रैक पर सैकड़ों भक्त की भीड़ देखकर पुलिस और रेलवे ने वहां सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाए। बठिंडा जीआरपी एसएचओ हरजिंदर सिंह ने कहा कि हम लोगों ने लोगों को रेलवे ट्रैक से हटाने की बहुत कोशिश की लेकिन वे नहीं हटे।