नई दिल्लीः संभावना जताई जा रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आने का नयी दिल्ली का न्यौता स्वीकार नहीं करेंगे।

सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि समझा जाता है कि नयी दिल्ली को गणतंत्र दिवस पर ट्रंप की भारत आने में असमर्थता के बारे में सूचना दे दी गई है। जनवरी में ट्रंप अपने कार्यक्रमों को प्राथमिकता देंगे जिनमें उनका ”स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन शामिल है। यह संबोधन उसी समय के आसपास होगा जब भारत अपना गणतंत्र दिवस मनाएगा।

भारत-अमेरिका के रिश्तों में हल्का सा तनाव है क्योंकि सीएएटीएसए (काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शन्स एक्ट) के तहत दंडात्मक कार्रवाई करने की अमेरिका की धमकी के बावजूद भारत ने एस-400 हवाई रक्षा मिसाइल प्रणाली खरीदने के लिए रूस के साथ सौदा किया।

सूत्रों का कहना है कि गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित करने के लिए भारत ने दो तीन राष्ट्राध्यक्षों के नाम पहले ही चुन रखे हैं। वर्ष 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में कथित हस्तक्षेप करने के लिए इस साल के शुरू में अमेरिका ने रूस पर सीएएटीएसए के तहत प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था।

इस कानून के तहत अमेरिका रूस के साथ रक्षा या खुफिया संबंधी लेन-देन में शामिल लोगों या सरकारों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। ट्रंप की भारत यात्रा के लिए नयी दिल्ली के आमंत्रण को लेकर दोनों देश एक दूसरे से संपर्क बनाए हुए हैं।