नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के जबलपुर में पुलिस ने एक रिटायर्ड फौजी पुरुषोत्तम लाल रजक को गिरफ्तार किया है, जिसने देशभर में बदमाशों और आतंकियों को 70 AK-47 राइफल बेच डाली। लाखों के वारे न्यारे कराने वाले आरोपी पुरषोत्तम का बेटा शीलेन्द्र भी इस गोरखधंधे में उसके साथ मिलकर देश से गद्दारी कर रहा था। देश के इस दुश्मन का खुलासा बिहार में एक बदमाश के पकड़े जाने के बाद हुआ।

जांच में पता चला कि पुरुषोत्तम लाल इस गोरखधंधे को चलाने के लिए सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो में तैनात सुरेश ठाकुर नामक एक कर्मचारी की मदद लिया करता था। दरअसल, जबलपुर में रक्षा मन्त्रालय की कई फैक्ट्रियां और गोदाम हैं. जहां सेना के लिए गोला बारूद और हथियार बनाए जाते हैं।

पुलिस ने सुरेश ठाकुर को भी गिरफ्तार कर लिया. वह जबलपुर के सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो में तैनात था। उसके पास एके47 सहित कई बेकार हो चुके खतरनाक हथियारों को गोदाम में रखने की जिम्मेदारी थी। आरोपी सुरेश ठाकुर सीओडी फैक्ट्री का अधिकारी होने के पूरा फायदा उठाकर अपनी गाड़ी में बेकार हो चुकी AK47 चुराकर ले जाता था और शातिर पुरुषोत्तम लाल को दे देता था।

चुराई गई बेकार AK47 को शातिर पुरुषोत्तम लाल रजक फिर से सुधारकर सही करता और फिर उसे अपने ग्राहकों को साढ़े चार लाख रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक बेच देता था। उसके ग्राहकों में बिहार के मुंगेर से पकड़ा गया इमरान भी शामिल था।