नई दिल्लीः चार राज्यों के विधानसभा चुनावों का हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से भी कोई कनेक्शन हो सकता है क्या? पहली नजर में तो जवाब नहीं में ही होगा। लेकिन, आपको जानकर हैरानी होगी कि इन चुनावों के चक्कर में अभिनेता अनुपम खेर की फिल्म द एक्सीडेंट प्राइम मिनिस्टर का ट्रेलर रिलीज नहीं हो पा रहा है। सेंसर बोर्ड की सूत्रों की मानें तो ट्रेलर का कंटेंट बहुत ही आपत्तिजनक है और विधानसभा चुनावों के बीच अगर ये रिलीज होता तो मामला बिगड़ सकता था।

फिल्म एक किताब पर बनी है, पर फिल्म में दिखाए गए चरित्रों से फिल्म निर्माताओं ने अभी तक कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र हासिल नहीं किया है। देश के कॉपीराइट कानूनों के मुताबिक किसी जीवित या मृत व्यक्ति की जीवनी पर फिल्म बनाने से पहले उससे या उसके संबंधियों से अनुमति लेना जरूरी है। फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर इसी नाम की एक किताब पर आधारित है।

फिल्म के निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे जीएसटी फ्रॉड के एक बड़े मामले में गिरफ्तारी झेल चुके हैं। फिल्म के तमाम प्रोड्यूसर्स में से एक सुनील बोरा पर भी धोखाधड़ी के मामले देश की अलग अलग अदालतों में चलते रहे हैं। फिल्म के एक और प्रोड्यूसर अशोक पंडित हैं। अशोक पंडित अक्सर टीवी चैनलों पर भगवा ब्रिगेड का समर्थन करते नजर आते हैं।