उन्होंने कहा कि इस वर्ष सूरजकुंड मेले में जापान व चीन मुख्य भागीदारी देश और तेलंगाना थीम राज्य की भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ऐसे आयोजन हमारे अंदर नए उत्साह, उमंग व ऊर्जा लेकर आते हैं। भले ही कलाकारों की भाषाएं अलग हों, पर हम उनकी प्रस्तुति की भावनाओं को समझ सकते हैं।
इस मेले के जरिए हमें एक दूसरे की संस्कृति को जानने का मौका भी मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म नगरी कुरूक्षेत्र गीता व महाभारत की भूमि है। वहीं मुख्य चैपाल पर धर्मेंद्र के पहुंचते ही तालियां व सीटियां बजने लगीं। उन्होंने कहा, यहां नो डायलॉग। आईएम ए ब्रांड एम्बेसडर। मुख्य चैपाल पर गीत, संगीत और नृत्य पर युवाओं की टोलियों ने जमकर आनंद लिया।