नई दिल्लीः इस साल रुपये में करीब 12 फीसदी की बड़ी गिरावट आने के बाद बुधवार को सुधार के संकेतों के बीच देश की अर्थव्यवस्था के हालात पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हफ्ते के आखिर में बैठक कर सकते हैं। ये बातें बुधवार को कई मीडिया रिपोर्ट्स में कही गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई और न्यूज़ राइज ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया, देश के शीर्ष वित्त से जुड़े अधिकारी इस बैठक में शामिल होंगे, जिसमें संभावित वित्तीय और मौद्रिक उपायों पर चर्चा की जाएगी।

पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया- “वित्त मंत्री अरूण जेटली, नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहक परिषद के चेयरमेन बिबेक देबरॉय और वित्त सचिव हसमुख अधिया शनिवार को होनेवाली इस संभावित बैठक में हिस्सा ले सकते हैं।”

रिकॉर्ड निम्नतम स्तर पर रुपये में गिरावट के बाद सुधार को देखते हुए कई टेलीविजन चैनलों में कहा कि इस समीक्षा बैठक में वित्तीय और मौद्रिक उपायों से इनकार नहीं किया जा सकता है और न ही केन्द्रीय बैंक की तरफ से दर की वृद्धि करने में।

निश्चित रूप से, पिछले कुछ दिनों से दरों में असमय वृद्धि (मौद्रिक नीति समिति की हुई दो बैठक) की चर्चा पिछले कुछ दिनों से जोरों पर चल रही है। लगातार रुपये में गिरावट के चलते महंगे हुए तेल ने महंगाई को लेकर नई चिंता बढ़ाकर रख दी है। जिसका सीधा असर आवश्यक वस्तुओं पर पड़ सकता है।