नई दिल्ली: सन् 2002 में जो गुजरात दंगा हुआ उसकी कई चिनगारिया आज भी कई परिवार के दिलों में जल रही है। इस दंगे में प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी को क्लीन चिट मिल गई थी, लेकिन इस फैसले के खिलाफ एक याचिक दायर की गई थी, जिसको कांग्रेसी सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जाकिया जाफरी ने दायर किया था। सांप्रदायिक दंगों से जुड़े मामले  में आज सर्वोच्च अदालत में सुनवाई होनी है।इस मामले की जांच एसआईटी कर रही थी, जिसने उस समय के गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी को क्लीट चिट दे दी थी। इसी फैसले के खिलाफ याचिका डाली गई है।आपको बता दें कि 2008 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित SIT ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य लोगों को क्लीन चिट दी थी। जिसके बाद इस मामले में उनके खिलाफ कोई पुख्ता सबूत ना होने की बात कही थी।जिस दौरान नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब SITने उनसे कई घंटों तक पूछताछ भी की थी। क्लीन चिट के खिलाफ इससे पहले भी निचली अदालतों में याचिकाएं दायर की गई थीं, इस बार ये याचिका सुप्रीम कोर्ट में डाली गई हैं।गौरतलब है कि 27 फरवरी 2002 को गुजरात के गोधरा में 59 लोगों की आग में जलकर मौत हो गई। ये सभी ‘कारसेवक’ थे, जो अयोध्या से लौट रहे थे।