नई दिल्लीः रूस के साथ रक्षा सौदे को लेकर चीन पर अमेरिका की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों पर बीजिंग ने शुक्रवार को गहरी नाराजगी जताई। अमेरिका के समक्ष राजनयिक प्रतिवाद दर्ज कराते हुए चीन के विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी कि अमेरिका तत्काल अपनी यह गलती सुधारे, वरना इसके गंभीर नतीजे होंगे।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने शुक्रवार को कहा, अमेरिका के इन अनुचित कदमों का चीन सख्त नाराजगी जाहिर करता है। बीजिंग ने इस मुद्दे पर अमेरिका के सामने आधिकारिक रूप से विरोध जताया है। उन्होंने कहा, अमेरिकी कार्रवाई ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी उसूलों का गंभीर उल्लंघन किया है। उसने दो देशों और दो सेनाओं के आपसी रिश्तों को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है।

प्रवक्ता ने कहा, हम अमेरिका से दृढ़तापूर्वक अपील करते हैं कि वह अपनी इस गलती को तत्काल ठीक करे और अपने कथित प्रतिबंधों को वापस ले। अगर अमेरिका ने ऐसा नहीं किया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

शुआंग ने एक सवाल के जवाब में कहा, चीन और रूस व्यापक रणनीतिक साझेदार हैं। हम समान विश्वास और पारस्परिक लाभ के आधार पर राष्ट्रीय रक्षा सहित सहयोग के सामान्य लेनदेन करते रहे हैं। चीन-रूस रक्षा सहयोग दोनों देशों के वैध हितों और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता की रक्षा के लिए है। कोई तीसरा देश इसका निशाना नहीं है। यह किसी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं करता।