नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (BJP) 2014 लोकसभा चुनावों (2014 Loksabha Election) में सात सीटों पर जीते समाजवादी पार्टी (samajwadi party) और कांग्रेस (Congress) के महारथियों को 2019 के लोकसभा चुनावों (2019 Loksabha Election) में अपने इलाके में बिजली न पहुंचा पाने के मुद्दे पर घेरने की तैयारी कर रही है। बीजेपी (BJP) इन सीटों को जीतने की कवायद में जुटी हुई है। अगले लोकसभा चुनावों तक इन सातों संसदीय क्षेत्रों के सभी घरों में बिजली पहुंचा दी जाएगी। बीजेपी चुनाव में यही जताएगी कि जो काम कांग्रेस व सपा के बड़े नेता कई सालों तक सांसद रह कर भी नहीं कर पाए, वह काम बीजेपी ने केवल पौने दो साल में ही कर दिया।

पार्टी के रणनीतिकारों ने पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है। उसने इन क्षेत्रों में भाजपा सरकार बनने से पहले कितने घर अंधेरे में थे और भाजपा सरकार के अब तक डेढ़ साल में दिए गए बिजली कनेक्शनों का ब्योरा जुटा लिया है।

प्रदेश ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दावा किया है कि इन सातों संसदीय क्षेत्रों में सभी मतदाताओं के घर इस साल दिसम्बर तक बिजली के कनेक्शन पहुंचा दिए जाएंगे। लोकसभा 2014 के चुनाव में भाजपा ने प्रदेश में 80 सीटों में से 71 व अपने सहयोगी दल अपना दल की दो सीटों के साथ 73 सीटों पर कब्जा किया था। पार्टी केवल सात सीटें नहीं जीत पाई थी।

अमेठी से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, रायबरेली से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, आजमगढ़ से सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव, कन्नौज से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव, बदायूं से अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेन्द्र यादव व फिरोजाबाद से राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव जीते थे। मुलायम आजमगढ़ व मैनपुरी दो स्थानों से लड़े और जीते थे। बाद में उन्होंने मैनपुरी से इस्तीफा दिया तो उनके पौत्र तेज प्रताप सिंह यादव सपा से जीते।