नई दिल्लीः दिल्ली में हवा फिर से खराब हो गई है। दिवाली के बाद इसके और बिगड़ने की आशंका है। इसकी वजह से अभी 15 दिन और दिल्लीवालों को जहरीली हवा से जूझना पड़ेगा। वहीं, गुरुवार शाम 4 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 393 पर पहुंच गया। यह गंभीर माने जाने वाले स्तर से महज 7 कम है। इस दौरान एनसीआर के अन्य शहरों में भी प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने गुरुवार सुबह 8 बजे दिल्ली का सूचकांक 391 दर्ज किया। जो शाम 4 बजे 393 तक पहुंच गया। वहीं, पीएम 10 की मात्रा 421 व पीएम 2.5 की मात्रा 235 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गई। दिल्ली के मध्य में पड़ने वाले इलाकों की तुलना में सीमावर्ती इलाकों में प्रदूषण अधिक दर्ज किया गया। बवाना, मुंडका, रोहिणी, आनंद विहार, नरेला सबसे प्रदूषित इलाके रहे। इन सभी इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार रहा।

मुख्यमंत्री को दिल्ली की चिंता नहीं: विजय गोयल

केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने गुरुवार को बढ़ते प्रदूषण पर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और दिल्ली सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि दिल्लीवालों को सांस लेने का अधिकार (राइट टू ब्रीद) चाहिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल मूलत: दिल्ली के नहीं हैं। इसलिए उन्हें दिल्ली की चिंता और उससे कोई प्यार नहीं है।