नई दिल्लीः डूसू चुनावों के लिए राजधानी के सभी कॉलेजों में 52 केंद्रों पर बुधवार सुबह से ही वोटिंग जारी है। इस बार के डूसू चुनावों में 1.35 लाख छात्र 23 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।

मार्निंग शिफ्ट वाले सभी कॉलेजों में वोटिंग बुधवार सुबह साढ़े 8 बजे शुरू हुई और जो दोपहर एक बजे तक चलेगी। ईवनिंग शिफ्ट वाले कॉलेजों में दोपहर तीन बजे से लेकर शाम साढ़े 7 बजे तक वोट डाले जाएंगे। चुनाव के नतीजे गुरुवार को घोषित किए जाएंगे। पिछले साल 43 फीसदी मतदान हुआ था।

एनएसयूआई ने इन चुनावों में दिल्ली विश्वविद्यालय को ”उत्कृष्टता संस्थान” का दर्जा दिलाने और दस रुपये की थाली का वादा किया है, जबकि एबीवीपी ने छात्र संघ का 50 फीसदी बजट महिलाओं और सामाजिक न्याय संबंधित गतिविधियों पर खर्च करने तथा खेलों को बढ़ावा देने और कॉलेज परिसरों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीनें लगाने का वादा किया है।

डूसू चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के प्रत्याशी मैदान में हैं, वहीं आम आदमी पार्टी (आप) की छात्र इकाई छात्र युवा संघर्ष समिति ने वामपंथी छात्र संगठन अखिल भारतीय छात्र संघ (आईसा) के साथ गठबंधन किया है।

आप के फरवरी 2015 में दिल्ली में सत्ता में आने के बावजूद उसकी छात्र इकाई डूसू चुनावों में असफल रही है। उसने सीसीटीवी कैमरे लगाने, परिसर में पुलिस बूथ बनवाने, गुंडागर्दी की संस्कृति खत्म करने और शिक्षा के व्यावसायीकरण का विरोध करने का वादा किया है।

एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि इस बार करीब 700 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) इस काम के लिए लगाई गई हैं। साथ ही सीनियर फैकल्टी मेम्बर्स को मतदान केंद्रों पर पर्यवेक्षकों के तौर पर तैनात किया गया है।