नई दिल्ली: कोयले से संचालित पावर स्टेशनों के सामने बढ़ी समयस्या खड़ी हो गई है। इस समस्या के चलते गुजरात की सरकार ने राज्य में टाटा, अडानी और एस्सार पावर कंपनियों को राज्यों में बिजली दरों में इजाफा करने की छूट दे दी है।यह समस्या विदेशी कोयले के कारण खड़ी हुई है। लगातार विदेशी कोयले की कीमतों में इजाफा होने के कारण गुजरात सरकार को यह कदम उठाना पड़ रहा है। दूसरी तरफ महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा जैसे बड़े राज्यों को भी बिजली दरे महंगी करने के अलावा कोई विकल्प नही बचा है। आपको बताते चले कि ये राज्य भी बिजली टाटा, अडानी और एस्सार के गुजरात स्थित पावर स्टेशन से ही खरीदते है। इन तीनों पावर प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता 10,000 मेगावॉट है.आंतरिक दबाव के चलते इंडोनेशिया ने निर्यात होने वाले कोयले की कीमत में लगातार इजाफा किया है। इंडोनेशिया ने सितंबर 2010 में कोल माइनिंग और प्राइसिंग फॉर्मूले में बड़ा बदलाव किया था। पहले इंडोनेशिया का कोयला अंतरराष्ट्रीय बाजार में सबसे सस्ती दरों पर उपलब्ध था, जिस वजह से पावर कंपनियों ने इंडोनेशिया के सस्ते कोयले को आधार बनाते हुए अपना संयंत्र लगाया। अब इंडोनेशिया के द्वारा कोयले की कीमत बढ़ाए जानें के कारण भारतीय कंपनियों के सामने संकट खड़ा हो गया है।