विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का एक पखवाड़े के भीतर फिर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से सामना होगा. दोनों ताजिकिस्तान में 11-12 अक्टूबर को आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में शामिल होंगे।

हालांकि, जानकारों का कहना है कि मौजूदा माहौल को देखते हुए दोनों के बीच वन टु वन मीटिंग यानी अलग से मुलाकात होने की संभावना नहीं लग रही। इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, दो दिन की बैठक में दोनों नेता कई तरह की बैठकों में शामिल होंगे। तो क्या सुषमा स्वराज इस बार फिर शाह महमूद को नजरअंदाज करेंगी? सबकी नजरें इस बात पर होंगी।

गौरतलब है कि इसके पहले गत 27 सितंबर को ही न्यूयॉर्क में सार्क विदेश मंत्रियों की बैठक में सुषमा और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शामिल हुए थे. यह बैठक संयुक्त राष्ट्र महासभा के आयोजन के दौरान हुई थी। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अनुरोध किया था कि इस दौरान दोनों विदेश मंत्रियों की आपसी मुलाकात कराई जाए, लेकिन भारत ने इसे मानने से इंकार कर दिया था। भारत ने एक बार फिर यह साफ किया था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, उसके साथ कोई बातचीत नहीं हो सकती।

हालांकि, सार्क की यह बैठक सिर्फ दो घंटे की थी। लेकिन एससीओ की बैठक दो दिन तक चलेगी और इसमें कई कार्यक्रमों के दौरान दोनों साथ बैठेंगे। इसलिए अब इस बात पर फिर सबकी नजरें होंगी कि दोनों के बीच इस दौरान किस तरह का अभिवादन या बातचीत होती है।

ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इओमाली रहमान 11 अक्टूबर को राजधानी दुशांबे में सभी आमंत्रित नेताओं के सम्मान में एक भोज देंगे। इसके पहले अगस्त महीने में भारत और पाकिस्तान एससीओ के संयुक्त सैन्य अभ्यास में शामिल हो चुके हैं।