नई दिल्लीः नोएडा में सट्टा, गांजा, व अवैध व्यापार करने वाले लोगों का विरोध करने पर गुरुवार रात को हुई बजरंग दल के नेता की हत्या के मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घटना से आक्रोशित मृतक के परिजनों ने शुक्रवार को सेक्टर-8 में जमकर हंगामा किया, तथा थाने पर पहुंचकर थाने का घेराव कर जाम लगा दिया।

मामले की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजयपाल शर्मा ने झुंडपुरा चौकी प्रभारी जे.एस. तोमर को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच के आदेश दिए हैं।

परिजनों का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से सट्टा व गांजे का धंधा चल रहा है। वह एक करोड़ रुपए मुआवजा तथा मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि पुलिस अवैध कारोबार को चलवा रही है। जो व्यक्ति इनका विरोध करता है उसके साथ मारपीट कर परिणाम भुगतने की धमकी दी जाती है। नहीं मानने वाले की हत्या तक कर दी जाती है।

पुलिस उपाधीक्षक नगर अवनीश कुमार ने बताया कि सेक्टर-8 में रहने वाले अजय चौधरी की गुरुवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उनके भाई विजय चौधरी ने थाना सेक्टर-20 में अशरफ उर्फ गटवा, जफर, सरताज, रफीक, सत्ताबू, जीतू यादव तथा दो अन्य अज्ञात लोगों को नामजद करते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि मृतक अजय चौधरी बजरंग दल का कार्यकर्ता था।

पीड़ित के भाई ने आरोप लगाया है कि अजय ने गांजा बेचने वाले, शराब तस्करी करने वाले, सट्टे का अड्डा चलाने वाले व देह व्यापार करने वाले लोगों की शिकायत पुलिस से की थी। उसके अनुसार सट्टे का कारोबार करने वाले लोगों ने ही उसके भाई की गोली मारकर हत्या की है।