नई दिल्लीः पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31अक्टूबर को पुण्यतिथि है। अमेठी जिले से इंदिरा की तमाम यादें जुड़ी हुई हैं। उन्होंने एक नई अमेठी का सपना संजोया और नवरत्न कंपनियों से जोड़कर अमेठी को विश्व फलक पर पहचान दिलाई। एचएएल, बीएचईएल से लेकर इंडोगल्फ व संजय गांधी अस्पताल तक से स्मृतियां जुड़ी हुई हैं।

इंदिरा गांधी अमेठी और गांधी-नेहरू परिवार को जोड़ने की पहली कड़ी बनी। नेहरू परिवार और अमेठी राज परिवार के बीच भी संबंध बने रहे। ऐसे में इंदिरा का अमेठी से राजनैतिक रिश्ता बनाने के पहले भी यहां आवागमन होता रहा। 18 मई 1976 को जब संजय गांधी ने अमेठी से अपनी राजनीति की शुरुआत की तो इंदिरा पड़ोसी जिले रायबरेली में राजनैतिक रूप से सक्रिय थी। इसके बाद उनका अमेठी आवागमन का सिलसिला शुरू हुआ जो लगातार जारी रहा।

संजय गांधी की मौत के बाद एक बारगी ऐसा लगा कि अमेठी से गांधी-नेहरू परिवार का रिश्ता खत्म हो जाएगा। लेकिन इंदिरा ने राजीव को अमेठी से चुनाव लड़ने के लिए उतारा। यहीं से अमेठी के विकास के दिन शुरु हुए। प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने राजीव की मांग पर यहां नवरत्न कंपनियों के स्थापना की शुरुआत की।

तारीखें गवाह हैं कि इंदिरा ने इंडोगल्फ, बीएचईएल आदि कंपनियों की नींव रखी। उन्होंने एचएएल की भी स्थापना कराई। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए संजय गांधी की स्मृति में संजय गांधी अस्पताल की भी बुनियाद इंदिरा ने ही रखी थी। ये सभी योजनाएं आज अमेठी के विकास में मील के पत्थर के रूप में हैं।