नई दिल्लीः फ्रांस की राजधानी पेरिस (Paris) में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) की बढ़ी हुई कीमतों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे 288 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जबकि प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 110 लोग घायल हो गये हैं जिसमें 20 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। पुलिस प्रवक्ता ने सीएनएन को बताया कि शनिवार को पेट्रोल और पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों और हाइड्रोकार्बन टैक्स बढ़ाने के विरोध में बड़ी संख्या के लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई।

फ्रांस के गृह मंत्री क्रिस्टोफे केस्टनर ने शनिवार को कहा कि देश में पेट्रोल, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी और कर को लेकर पिछले तीन सप्ताह से हो रहे राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन में 110 लोग घायल हुए हैं। केस्टनर ने समाचार चैनल बीएफएमटीवी को बताया कि पीली जैकेट पहनकर किये जा रहे इन प्रदर्शनों में झड़प के दौरान 2० पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान एक प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हुआ है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

राजधानी पेरिस की गलियों में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों में कुछ मास्क पहने अज्ञात लोग शामिल हो गये और उन्होंने इस सामाजिक आंदोलन को हाइजैक कर लिया। सोशल मीडिया पर सरकार की वित्तीय और आर्थिक नीतियों की आलोचना शुरू हो गई है। अमीर को लाभ पहुंचाने वाली और निम्न आय वर्ग की खरीदने की क्षमता घटाने वाली इन नीतियों का जमकर विरोध किया जा रहा है।

फ्रांस के गृह मंत्रालय के मुताबिक, शनिवार को हुआ प्रदर्शन तीसरे सप्ताह लगातार हुआ इस तरह का प्रदर्शन है। इसमें अनुमानित रूप से 36,500 लोगों ने हिस्सा लिया। बीते सप्ताह हुए एक और प्रदर्शन में 53,000 लोगों ने हिस्सा लिया था जबकि उसके एक सप्ताह पहले हुए प्रदर्शन में लगभग 113,000 लोग शामिल हुए थे। गृह मंत्री क्रिस्टोफ कैस्टनर ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि 1,500 उपद्रवी शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे लगभग 200 लोगों के समूह में घुस गए और चैम्पस एलिसीस के पास उग्र हो गए।