नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने राममंदिर की सुनवाई को लेकर भले जनवरी 2019 को तारीख देइ हो। लेकिन देश में राम मंदिर को लेकर सियासत तेज हो गई है। आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण पर चर्चा के लिए आज से दो दिवसीय साधु-संतों की बैठक ‘धर्मादेश’ दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में शुरू हो रही है. दिल्ली में साधु-संतों का यह जमावड़ा प्रयागराज कुंभ से पहले सबसे बड़ा होने वाला है. दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में देश भर के 3000 प्रमुख संत इकठ्ठे हो रहे हैं. इस बैठक में हिन्दू धर्म के सभी 125 सम्प्रदायों के संत हिस्सा ले रहे हैं.1990 के राम मंदिर आंदोलन के बाद ये हिन्दू धर्म के सभी 125 सम्प्रदायों की ये बैठक पहली बार हो रही है. वीएचपी से जुड़े साधु-संत पहले ही राम मंदिर आंदोलन को तेज करने के लिए सांसदों को घेरने का एलान कर चुके हैं. ऐसे में अब देश भर के संत राम मंदिर पर क्या रणनीति बनायेंगे ये कहना मुश्किल है. वहीं कल ही आरएसएस के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा था कि कोर्ट ने करोड़ो हिंदुओं की भावनाओं का अपमान किया है. उन्होंने कहा था कि राम मंदिर में बहुत देर हो चुकि है, इसके लिए आंदोलन भी किया जा सकता है.