छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने स्वीकार किया है कि राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की छत्तीसगढ़ जन कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठजोड़ के आगामी विधानसभा चुनावों में तीसरी ताकत के रूप में उभरने की संभावना है जिसका नुकसान कांग्रेस को अधिक होगा। मुख्यमंत्री ने यहां दिल्ली से आये पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मायावती और अजीत जोगी की पार्टी की तीसरी शक्ति के रूप में चुनाव लड़ने से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों के वोट कटेंगे लेकिन ज़्यादा नुकसान कांग्रेस को होगा। उन्होंने जोगी को राज्य का बड़ा नेता बताया और कहा कि उनका एक बड़ा जनाधार भी है। 

कांग्रेस द्वारा जोगी-मायावती के गठजोड़ को भाजपा की ‘बी’ टीम बताये जाने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हताशा और कुंठा में ऐसे आरोप लगाये जा रहे हैं क्योंकि भाजपा इस चुनाव में पिछले तीन चुनावों की तुलना में अधिक सीटों पर विजयी होने जा रही है।

चुनाव जीतने और डेढ़ दशक के सत्ता विरोधी रुझान से निपटने की रणनीति की चर्चा करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से 65 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं और 25 क्षेत्रों का दौरा करना है। इससे अहसास हो रहा है कि इस बार पहले से बड़ी जीत होने जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों की विकास एवं जन कल्याण की योजनाओं के लाभ सुनिश्चित करने के साथ ही गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुनना, उनका निराकरण करना, यह अभियान हर साल चलता है जिससे जनता से सीधा संवाद होता है।