Yogi Adityanath swarns as UP CM
Yogi Adityanath

यूपी सरकार के बदलाव के बाद अफसरों ने स्वयं भी अपने आप को बदलना शुरू कर दिया है। पिछले तीन दिन से लगातार विभागों में आपस में चर्चा करके अफसरों ने शालीनता से कार्य करने में गति लानी शुरू कर दी है। इससे शिकायत लेकर जाने वाले फरियादियों को भी सुकुन मिल रहा है।
उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई बीजेपी के मुख्यंमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गयी हैं ।

सीएम योगी और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा समेत कई मंत्री जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए हरकत में आ गए हैं।

पुलिस महकमें के पेंच कसने के बाद योगी सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही स्कूलों में अनुशासन को लेकर कई अहम कदम उठाने का फैसला लिया है ।

योगी सरकार के स्कूलों को जारी निर्देश

अगर विद्यालय परिसर में कहीं भी पान मसाला आदि के दाग धब्बे हो तो उन्हें शुक्रवार तक हर हाल में मिटवा दें।

कोई भी शिक्षक किसी भी हाल में विद्यालय अवधि में पान मसाला, गुटखा, तम्बाकू, सिगरेट आदि का प्रयोग न करें।

विद्यालय के आसपास गुटखा आदि की दुकानें संचालित न हों, अगर ऐसा है तो बंद करायें।

सभी टीचर्स मर्यादित परिधान ही पहनें। निर्देश में कहा गया है कि टीचर्स टी शर्ट्स आदि का प्रयोग न करें।

प्रत्येक विद्यालय में प्रार्थना हर हाल में कराई जाए।

लड़कियों को स्कूल आने जाने में कहीं छेड़छाड़ का सामना करना पड़ता है तो प्रशासन को पूरे मामले से अवगत कराया जाए।

विद्यालय में पढ़ाई के दौरान मोबाइल का अनावश्यक उपयोग ना करने की सलाह दी गई है।

इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को हजरतगंज थाने का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम ने थाने में कामकाज का जायजा लिया। हालांकि योगी को देखकर पुलिसकर्मी हैरान रह गए क्योकि उन्हे सीएम के आने की सूचना नही दी गई थी ।

सीएम की ओर से सरकारी दफ्तरों में साफ-सफाई को लेकर आए निर्देश का असर दिखना शुरू हो गया है।

यूपी के जल संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी गुरुवार को जब अपने कार्यालय पहुंचे तो गंदगी देख खुद ही ऑफिस में सफाई का अभियान शुरू कर दिया। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी अपना कार्यभार संभाला और पहले दिन ही स्वच्छ भारत मिशन की शपथ ली और दिलाई । यूपी सरकार के बदलाव के बाद अफसरों ने स्वयं भी अपने आप को बदलना शुरू कर दिया है।

पिछले तीन दिन से लगातार विभागों में आपस में चर्चा करके अफसरों ने शालीनता से कार्य करने में गति लानी शुरू कर दी है। इससे शिकायत लेकर जाने वाले फरियादियों को भी सुकुन मिल रहा है।