नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में पीडीपी ने कांग्रेस और नेशनल कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावे पेश किया, लेकिन पीडीपी के मंसूबों पर पानी फिर गया है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग कर दी है। विधानसभा भंग होने के बाद सरकार बनने की सारी संभावनाएं खत्म हो गई हैं।राजभवन द्वारा जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने यह घोषणा की। इससे कुछ ही घंटे पहले जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस के समर्थन से राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
मुफ्ती ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा था कि राज्य विधानसभा में पीडीपी सबसे बड़ी पार्टी है जिसके 29 सदस्य हैं।

उन्होंने लिखा, ‘‘आपको मीडिया की खबरों में पता चला होगा कि कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस ने भी राज्य में सरकार बनाने के लिए हमारी पार्टी को समर्थन देने का फैसला किया है। नेशनल कान्फ्रेंस के सदस्यों की संख्या 15 है और कांग्रेस के 12 विधायक हैं। अत: हमारी सामूहिक संख्या 56 हो जाती है।’