नई दिल्ली: राम मंदिर को लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. आपको बता दें की भागवत ने कहा है कि विरोधी पार्टियां चाह कर भी राम मंदिर का विरोध नहीं कर सकते. भागवत ने कहा कि हिंदू न कहने वालों में भी बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा है जिनके श्रद्धा स्थान राम हैं. भागवत ने यहा भी कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बीजेपी अयोध्या में राममंदिर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन कुछ चीजों में वक्त लगता है.

सोमवार को पतंजलि योगपीठ के कार्यक्रम में मोहन भागवत ने कहा, ”राम मंदिर का विरोध करने वाली पार्टियों में रहकर भी खुला राम मंदिर का विरोध करने वाला कोई नहीं है, क्योंकि वो जानते हैं कि हम कुछ भी कहें देश की करोड़ों हिंदू प्रजा और हिंदू न कहने वालों में भी बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा है जिनके श्रद्धा स्थान राम हैं.”

भागवत ने कहा, ‘यहां तक कि विपक्षी दल भी खुलेआम अयोध्‍या में राम मंदिर का विरोध नहीं कर सकते हैं क्‍योंकि उन्‍हें पता है कि देश का बहुसंख्‍यक समुदाय भगवान राम की पूजा करता है. लेकिन कुछ चीजों में समय लगता है.’आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हर सरकार की कुछ सीमाएं होती हैं और इसके बीच उसे काम करना होता है. हालांकि संत और पुरोहित इन सब सीमाओं से बंधे नहीं होते हैं और उन्‍हें धर्म, देश और समाज के उत्‍थान के लिए काम करना चाहिए.