नई दिल्लीः रूस ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बाराक ओबामा के कार्यकाल में ईरान पर से हटाई गई पाबंदियों को दोबारा लागू करने के अमेरिका के फैसले की निंदा की है। रूस ने इसे परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) के लिए तगड़ा झटका करार दिया।

रूस की तास समाचार एजेंसी की वेबसाइट पर पोस्ट बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा,‘अमेरिका द्वारा ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा करने का उदेश्य संयुक्त व्यापक कार्रवाई योजना (जेसीपीओए) में शामिल सदस्यों के इस समझौते को बचाने की कोशिशों को कमजोर करना है।’

विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, ‘अंतरराष्ट्रीय परमाणु अप्रसार कानून और हथियार नियंत्रण के उपायों को नष्ट करने के उद्देश्य वाली अमेरिकी नीति गहन निराशा और चिंता उत्पन्न करती है।’

रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका परमाणु अप्रसार संधि को एक और शक्तिशाली झटका लगा रहा है और दृढ़ता से बहस कर रहा है इसे मजबूत करने के लिए यह आवश्यक था, लेकिन वास्तव में यह इसके पतन के लिए तैयार किया जा रहा है।