नई दिल्ली : लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में ‌विवेक तिवारी की हत्या में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं तो दूसरी तरफ राजनी‌तिक पार्टियां इसे मजहबी रंग देने में तूली है। मृतक विवेक तिवारी के परिवार ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद कहा कि उन्हें राज्य सरकार पर ”पूरा भरोसा” है। वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सरकार को बिना कोई देरी किये इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और सरकार इस मामले पर लीपापोती कर रही है। बीएसपी सुप्रीमो ने यह भी कहा कि इस मामले में अगड़ी जाति विशेषकर ब्राह्मण समाज के लोगों का कुछ ज्यादा ही शोषण एवं उत्पीड़न हो रहा है। उधर इस मामले में पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि विवेक तिवारी को गोली सामने से ऊंचाई से मारी गई क्योंकि विवेक के शरीर में गोली ऊपर से नीचे की ओर गई है।

इससे मामले में विवेक की पत्नी कल्‍पना तिवारी ने जो एफआईआर दर्ज कराई थी उसमें भी लिखा है कि सिपाही प्रशांत चौधरी ने शीशे से अपनी पिस्टल सटाकर गोली मारी। विवेक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पत्नी की एफआईआर देखकर लगता है कि शायद विवेक की गाड़ी के बोनट पर चढ़ के गोली मारी गई, क्योंकि गोली अगर सड़क पर खड़े होकर चलाई गई होती तो वो ऊपर से नीचे नहीं जाती। विवेक तिवारी की पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, विवेक के चेहरे के बाई तरफ प्‍वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई है।