नई दिल्ली :भारतीय टीम गुरुवार को टेस्ट प्रारूप में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज के जरिये वापसी कर रही है। वेस्टइंडीज की टीम पुनर्निर्माण के दौर से गुजर रही जिसे वास्तव में भारत के खिलाफ एक पहाड़ चढ़ना होगा। जेसन होल्डर और उनके लड़कों को निश्चित रूप से विराट कोहली की टीम के सामने खड़े होने के लिए अपनी पहचान से निकलकर खेलना होगा।पिछले कुछ महीनों से वेस्टइंडीज की टीम अच्छी क्रिकेट खेल रही है और उसका प्रदर्शन सराहनीय रहा है लेकिन भारत में खेल की गतिशीलता बदलती है। उसके तेज गेंदबाजों को विकेट लेने के लिए और ज्यादा मेहनत करनी होगी। उसके बल्लेबाजों को भारतीय स्पिनरों को खेलने में धैर्य और दृढ़ संकल्प दिखाना होगा और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें कठीन परिस्थितियों में खड़े होने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। सुनने में आया है कि पिच पर बहुत घास होगी जिससे मेहमान टीम को थोड़ी राहत मिली होगी।क्रेग ब्रेथवेट, शाई होप, रोस्टन चेस, कीरन पॉवेल और शेन डॉवरिच जैसे खिलाड़ियों को भारतीय चुनौतियों के सामने उसके घर में डटकर खड़ा होना होगा। यह देखना अहम होगा कि वे अश्विन और जडेजा को कैसे खेलते हैं। इतना ही नहीं, भारतीय तेज गेंदबाज भी खतरा पैदा करेंगे क्योंकि मुहम्मद शमी और उमेश यादव जैसे गेंदबाज उनकी खबर लेंगे। वेस्टइंडीज टीम को केमार रोच की कमी खल सकती है जो निजी कारणों की वजह से दूसरे टेस्ट तक उपलब्ध नहीं होंगे।