नई दिल्लीः सऊदी अरब ने आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को भुगतान संतुलन संकट से मुक्त करने के लिए 300 करोड़ डॉलर की मदद करने पर सहमति जताई है। यहां जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि सऊदी अरब पाकिस्तान को तेल के आयात के लिए एक साल का विलम्बित भुगतान सुविधा देने पर भी सहमत हुआ है, जोकि 300 करोड़ डॉलर तक है।

न्यूज एजेंसी वार्ता के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ‘फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशीअटिव’ (एफआईआई) सम्मेलन में भाग लेने के लिए सऊदी अरब की यात्रा के दौरान इस संबंध में समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। सऊदी सरकार की तरफ से मंगलवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि पाकस्तान एवं सऊदी अरब के अधिकारियों के बीच हुई चचार् के दौरान द्वीपक्षीय आर्थिक एवं वित्तीय सहयोग पर फैसला लिया गया कि पाकिस्तान के भुगतान संतुलन को समर्थन देने के लिए एक वर्ष के लिए 300 करोड़ अमेरिकी डॉलर का भुगतान करेगा। वित्त मंत्री असद उमर और उनके सऊदी समकक्ष मुहम्मद अब्दुलाह अल-जदान ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किये।

सऊदी अरब ने पाकिस्तान में पेट्रोलियम रिफाइनरी में निवेश में अपनी रुचि भी जताई है। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद इस परियोजना के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। विज्ञप्ति में बताया गया कि रियाद तेल के आयात के लिए एक वर्ष की विलंबित 3०० करोड़ डॉलर तक के भुगतान सुविधा देगा। यह व्यवस्था तीन साल तक होगी, जिसके बाद इसकी समीक्षा की जाएगी।

सऊदी सरकार पाकिस्तानी श्रमिकों के लिए सऊदी वीजा शुल्क में कटौती करने पर भी सहमत हुआ। सऊदी में पाकिस्तान के कार्यबल को बढ़ाने के साथ-साथ दोनों देशों के लोगों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।