नई दिल्लीः वरुण धवन और अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘सुई धागा’ आज रिलीज हो गई है। इस फिल्म में आपको साधारण प्रेम कहानी देखने को मिलेगी। इस फिल्म में ममता और मौजी की कहानी है, जो धीरे-धीरे कामयाबी की ओर बढ़ती है। ममता-मौजी सुई धागे की तरह ही अपने रिश्ते को पक्के धागे के साथ मजबूती से बून रहे है। शरत कटारिया की इस फिल्म में सच में आपको ‘मेक इन इंडिया’ कैंपेन की झलक देखने को मिलेगी। यह फिल्म स्वरोजगार योजना को बढ़ावा देने के लिए सच में आपको प्रेरित कर सकती है। फिल्म को मध्य प्रदेश के चंदेरी में शूट किया गया है। फिल्म की कहानी भी बिल्कुल हटकर है।

इस फिल्म की कहाई का मेन बेस क्या है ये आप बखूबी जानते हैं। ये कहानी है ममता (अनुष्का शर्मा) और उसके पति मौजी (वरुण धवन) की, जो आम इंसान है और डे जॉब करता है। मौजी एक साधारण परिवार से संबंध रखता है और साधारण नौकरी करता है. लेकिन अपने मालिक के बुरे बर्ताव के कारण वह अपनी नौकरी छोड़कर खुद का बिजनेस शुरु करने का फैसला करता है। इस काम में उसकी पत्नी ममता के सिवाय कोई भी शख्स साथ नहीं देता है। फिल्म में ममता -मौजी की जिन्दगी से जूड़ी हर परेशानी और उनका असली स्ट्रगल यही से शुरु होता है।

मौजी अपना तो काम छोड़ तो देता है लेकिन उसे यह पता नहीं होता कि वह अपना और अपने परिवारवालों की देखभाल कैसे करेगा। यह बात मौजी को रात दिन सताती है। लेकिन ममता उसे सलाह देती है कि वह सिलाई में काफी परफेक्ट है तो उसे सिलाई का काम करना चाहिए। ममता को यह बात अच्छे से पता है कि मौजी सिलाई का काम अच्छे से जानता था क्योंकि बाप-दादा एक अच्छे करीगर होते हैं। वहीं ममता भी कढ़ाई में माहिर। इसके बाद दोनों अपना खुद का काम शुरू करते हैं और अपने रास्ते आगे बढ़ते हैं। इस दौरान उनकी जिंदगी में कई उतार चढ़ाव आते हैं लेकिन निम्नमध्यवर्गीय परिवार के जोड़े अंत: अपनी मंजिल पाने में कामयाब हो जाता हैं।