rijjuअपने बयान से पलटे रिजिजू
आइजल, 27 मई (हि.स.)। बीफ पर प्रतिबंध को लेकर अपने बयान से केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कन्नी काटते हुए कहा कि ”मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया । सबकी भावना का सम्मान करना चाहिए । मुझे मिस कोड किया गया। मैंने कहा था कि सभी धर्मों के खाने-पीने के तरीकों का सम्मान करना चाहिए । मैं उस बयान से खुद को अलग करता हूं।” इस बीच, भाजपा के दो सांसद महंत आदित्यनाथ और साक्षी महाराज ने रिजिजू के बयान का विरोध करते हुए कहा कि मंत्री हो या संतरी सभी को जनभावना का सम्मान करना चाहिए। बता दें कि इससे पहले अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के बीफ खाने वालों को पाकिस्तान जाने की सलाह वाले बयान पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा था कि वह भी बीफ खाते हैं और उन्हें ऐसा करने से कोई नहीं रोक सकता । रिजिजू ने नकवी के बयान को अस्वीकार्य बताया है ।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा, “महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश हिंदू बहुल राज्य हैं और वहां की सरकारें अगर उनके हिसाब से कानून बनाती हैं तो उन्हें ऐसा करने का हक है, लेकिन हमारे क्षेत्र में भी लोगों की भावनाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए । हमें भी अपने ढंग से जीने का हक मिलना चाहिए । इस देश में कई धर्म और मत हैं, लेकिन हमें एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए । किसी पर भी अपने विचार थोपना सही नहीं है।मुख्तार अब्बास नकवी ने पिछले शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि अगर कुछ लोग बीफ खाने के लिए मरे जा रहे हैं तो यहां उन्हें यह नहीं मिलेगा। वे पाकिस्तान, किसी अरब देश या दुनिया के अन्य किसी भी हिस्से में जाकर बीफ खा सकते हैं। इस बीच, भाजपा नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी नकवी के बयान से किनारा कर लिया है। उन्होंने कहा कि नकवी का बयान पार्टी या सरकार का पक्ष नहीं है।
केंद्र में राजग की सरकार बनने के बाद से हिंदू संगठन पूरे देश में गोमांस प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने भी प्रधानमंत्री बनने से पहले चुनाव प्रचार के दौरान इस मुद्दे पर संप्रग की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि संप्रग सरकार बीफ निर्यात को बढ़ावा दे रही है। हाल ही में महाराष्ट्र और हरियाणा में गोमांस के बैन हाने पर इस मांग ने जोर पकड़ लिया । केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने यह तक कहा कि जो लोग गोमांस खाए बिना नहीं रह सकते, वे पाकिस्तान चले जाएं। उन्हीं के बयान के जवाब में किरण रिजिजू की टिप्पणी आई है । गोमांस को लेकर जारी विवाद के बीच केंद्र और राज्यों की समस्या अवैध स्लॉटर हाउस को लेकर हैं । ऐसे 30 हजार गैर-लाइसेंसी स्लॉटर हाउस पूरे देश में हैं ।
गौरतलब हो कि ब्राजील के बाद भारत दूसरा बड़ा बीफ निर्यातक है । लेकिन इसमें ज्यादा हिस्सेदारी गोमांस की नहीं, बल्कि भैंस के मांस की है । बैन लगा तो निर्यातक पर असर पड़ेगा। अमेरिका के कृषि जानकारों ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि मोदी सरकार बनने के बाद पिछले साल अक्टूबर में भारत से बीफ निर्यात 5प्रतिशत बढ़कर 20 लाख टन हो गया था । हालांकि चीन जैसे देशों में बीफ की बढ़ती मांग इसकी वजह थी

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