नयी दिल्ली, । विश्व के महान बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे बल्लेबाजों को विश्वस्तरीय गेंदबाजों का सामना करने के लिए अपने खेल पर लगातार काम करना चाहिए। तेंदुलकर ने कहा, यह बल्लेबाज का कर्तव्य है कि वह अपने खेल पर काम करता रहे क्योंकि ये विश्वस्तरीय गेंदबाज लगातार कुछ नया करने की कोशश करते हैं।एक खिलाड़ी के रूप में दिल्ली के अपने दौरों की याद करते हुए तेंदुलकर ने कहा, भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में मेरा पहला मैच आस्ट्रेलिया के खिलाफ फिरोजशाह कोटला में खेला गया था और हमने वह मैच जीता था। तेंदुलकर ने अपना 35वां शतक भी दिल्ली में बनाया था। इससे उन्होंने सुनील गावस्कर का रिकार्ड तोड़ा था और वह शतक भी उन्हें याद है।
तेंदुलकर ने गुडगांव के साइबर हब में प्रचार कार्यक्रम में कहा, वह 2005 की बात है और हम श्रीलंका के खिलाफ खेल रहे थे। चेन्नई में पहले टेस्ट मैच के बाद और दिल्ली टेस्ट से पहले मैंने दोपहर में झपकी ली। मैंने सपने में देखा कि मैं कोटला में शतक बना रहा हूं और मैंने अपना 35वां शतक जड़ दिया। उन्होंने दिल्ली के दर्शकों का क्रिकेट के प्रति प्यार के लिए प्रशंसा की।