सिंगापुर,। सिंगापुर की पुलिस ने आज कहा कि उच्च स्तरीय एशिया प्रशांत सुरक्षा शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल के निकट हुई गोलीबारी आतंकवादी घटना नहीं थी। इस अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में शीर्ष नेता और अधिकारी शिरकत कर रहे थे। तीन दिवसीय शांगरी ला वार्ता के परिसर के निकट एक कार ने पुलिस अवरोधकों को तोड़ दिया जिसके बाद पुलिस ने गोलियां चलाईं। इस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।पुलिस ने एक बयान में कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह एक अलग घटना है और आतंकवाद संबंधी घटना नहीं है। बम निरोधक दस्ते ने जब इस बात की पुष्टि की कि कार में कोई हथियार या विस्फोटक नहीं है, उसके बाद ही यातायात को सुचारू रूप से संचालित करने की अनुमति दी गई । इससे पहले घटनास्थल की घेरेबंदी करके यातायात को स्थल से सुरक्षित दूरी पर रखा गया था। रक्षा मंत्री नग इंग हेन ने कहा कि यदि कोई देशी विस्फोटक उपकरण बरामद होता तो इसका सिंगापुर पर बहुत गंभीर प्रभाव पड़ता।इस बीच पुलिस ने गोलीबारी की घटना में शामिल तीनों संदिग्धों की पहचान मोहम्मद तौफीक अजहर, मोहम्मद इस्माईल और सैयद मोहम्मद यासीन के रूप में की है। इस घटना में तौफीक की मौत हो गई।पुलिस ने बताया कि ये तीनों पूर्व में नशीले पदार्थों संबंधी अपराधों और आपराधिक घटनाओं में शामिल रहे हैं। माना जा रहा है कि कार में मिला सफेद रंग का पाउडर नशीला पदार्थ है। इस घटना के बाद सिंगापुर के राजनयिक इलाके में स्थित होटल तक जाने वाली सड़कों और मार्गों को अवरोधक लगाकर बंद कर दिया गया था। बाद में परिसर तक जाने की अनुमति दे दी गई। इस वार्ता में भारत के रक्षा राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर विश्व के अपने समकक्षकों के साथ भाग ले रहे थे।
पिछले सात साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब पुलिस को गोलियां चलानी पड़ीं। पुलिस को इससे पहले वर्ष 2008 में ऐसा करना पड़ा था।