दलितों को गुमराह करना बंद करे कांग्रेस : भाजपा
भोपाल,। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजेन्द्र सिंह सिसौदिया ने कहा कि बहुप्रचारित राहुल गांधी की सभा फ्लाप हो गई। 1 लाख की भीड़ जुटाने के लिए कांग्रेस पदाधिकारियों ने कसमें खाई और राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी से लेकर इंदौर के पदाधिकारी जुटे रहे, लेकिन दलित परिवारों ने कहा कि अब कांग्रेस के झूठे वायदे और फरेबी इरादों से गुमराह होने वाले नहीं है।उन्होंने कहा कि श्रीमति इंदिरा गांधी ने 1971 में गरीबी हटाओं का नारा दिया और जनता का भावनात्मक शोषण किया जिससे गरीबी तो नहीं हटी गरीबों की संख्या बढती रही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अपनी सियासत की जमीन खिसक जाने के बाद राहुल गांधी का यदि प्रायष्चित दौरा होता तो दलित उनकी बात पर गौर करती, लेकिन लगातार झूठे वायदे और झूठे इरादे साबित होने के बाद जनता भ्रमित होने वाली नहीं है।श्री सिसौदिया ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस ने जाति धर्म की राजनीति की और समाज को बांटकर वोट बैंक बनाया। पं. नेहरू ने संविधान शिल्पी डॉ. अंबेडकर की प्रतिभा की सिर्फ इसलिए उपेक्षा की क्योंकि उनमें प्रधानमंत्री बनने की क्षमता थी। पं. नेहरू ने डॉ. अंबेडकर को लोकसभा में जाने से रोकने की घृणित राजनीति की और दलितों को अपमानित किया। 1952 में मुंबई लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर का विरोध किया। बाद में 1953 के भंडारा उपचुनाव में भी पं. नेहरू ने डॉ. अंबेडकर का विरोध कर उन्हें पराजित कराया। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने पं. बंगाल से उन्हें राज्यसभा का चुनाव जिताकर संसद में प्रवेष दिलाया। कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर का चित्र कभी संसद के केन्द्रीय कक्ष में नहीं लगने दिया। अब राहुल गांधी किस मुंह से डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि देकर ढोंग कर रहे है। वोट कबाड़ने की साजिश है, जिसे दलितों ने विफल कर दिया है।