नई दिल्ली,। किसानों पर प्राकृतिक आपदाओं का कम से कम प्रभाव पड़े इसके लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है । केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा है कि पिछले वर्ष कमजोर मानसून की चुनौती का जिस तरह सामना किया उससे सरकार की प्रतिबद्धता का पता चलता है ।उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में हमारी सरकार आई है सूखे का संकट उसी समय से सामने आया था और निश्चित रूप से पूरा देश चिंतित था लेकिन हमारे मंत्रालय ने जो मेहनत किया उसका परिणाम सामने है। प्रदेश सरकारों ने भी हमें मदद की । कृषि विश्वविद्यालयों ने मदद की और देश के किसानों ने भी मोर्चा संभाला । नुकसान हुआ, इसमें कहीं दो राय नहीं हैं । ये बड़ा संकट था । बारह प्रतिशत औसत से कम वर्षा हुई थी । जिसकी वजह से दो प्रतिशत कम बुआई हुई और तीन प्रतिशत कम उत्पादन हुआ ।कृषि मंत्री ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने सूखे का सामना करने वाली किस्में तैयार की हैं और सरकार के पास किसी भी आपदा की स्थिति में ऐसे बीजों का पर्याप्त भंडार है । उन्होंने बताया कि फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 15 दिन के भीतर घोषित कर दिया जायेगा । कृषि मंत्री ने बताया कि सरकार जल्द विचार-विमर्श के बाद नई फसल बीमा योजना लायेगी ।