जम्मू कश्मीर में जेकेएलएफ संस्थापक मकबूल भट्ट की बरसी पर अलगाववादी समूहों की ओर से आहूत हड़ताल को देखते हुए श्रीनगर में आज लगातार तीसरे दिन भी प्रतिबंध जारी रहा।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘श्रीनगर में मुख्य शहर से दूर मैसुमा पुलिस थाना क्षेत्र के साथ शहर के अंदरूनी इलाकों में लोगों के एकजुट होने पर लगातार प्रतिबंध जारी है।’’ उन्होंने बताया कि हड़ताल के आह्वान को देखते हुए कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये इन इलाकों में प्रतिबंध आज लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा।
अधिकारी ने बताया कि अन्य सभी इलाकों से प्रतिबंध हटा लिया गया है। बहरहाल, अलगाववादियों की ओर से प्रस्तावित मार्च को नाकाम करने के इरादे से कल लाल चौक और यहां के सोनवर स्थित भारत एवं पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह :यूनाइटेड नेशन्स मिल्रिटी ऑब्जर्वर्स ग्रुप इन इंडिया एंड पाकिस्तान…यूएनएमओजीआईपी: के कार्यालय के बाहर अधिकारियों को तैनात किया गया था।
उन्होंने बताया कि किसी तरह के विरोध प्रदर्शन को विफल करने के लिये शहर के संवेदनशील इलाकों और घाटी में कहीं कहीं काफी तादाद में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
संसद हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुर की बरसी पर अलगाववादी समूहों की ओर से आहूत हड़ताल को देखते हुए शहर के कई हिस्सों में सबसे पहले गुरवार को प्रतिबंध लगाया गया था। अफजल गुर को नौ फरवरी, 2013 को फांसी दी गयी थी।
( Source – PTI )