प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ जितेंद्र सिंह ने राज्य सभा में बताया कि भारत और रूस के बीच इस समझौते से अंतरिक्ष सहयोग के विस्तार से इसरो को लाभ होगा। समझौते में संयुक्त परियोजनाओं, विशेषज्ञता और संसाधनों का आदान-प्रदान, अंतरिक्ष प्रणालियों और घटकों का विकास, वैज्ञानिकों का आदान-प्रदान, प्रशिक्षण और वैज्ञानिक तथा तकनीकी बैठकों को रेखाकिंत किया गया है। इन क्षेत्रों में सहयोग किया जाएगा। इसके अलावा समझौते में ऐसे प्रावधानों को भी सम्मिलित किया गया है, जिनका संबंध उद्देश्यों, प्रक्रियाओं और वित्तीय पक्षों में आपसी सहयोग से है।